महाकुंभ के दौरान, जीआरपी डीडीयू ने अद्वितीय कार्य करते हुए 2 बच्चों, 6 महिलाओं और 2 पुरुषों को उनके परिवारों से मिलाया। इसके अलावा, जीआरपी ने 12 खोए हुए मोबाइल फोन और 8 अन्य समान को सुरक्षित लौटाया।

महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में खोने और मिलाने की घटनाएं अक्सर होती हैं, लेकिन अब तकनीकी मदद से यह प्रक्रिया बहुत सरल हो गई है। पहले कुंभ के दौरान खोए हुए लोग दोबारा अपने परिवारों से नहीं मिल पाते थे, जिनका चित्रण फिल्मों में किया जाता था। लेकिन अब टेक्नोलॉजी के माध्यम से, जीआरपी ने खोए हुए लोगों की पहचान करके उन्हें उनके परिवारों से पुनः मिलाने में सफलता प्राप्त की है।

सीओ जीआरपी कुँवर प्रभात ने डीडीयू जीआरपी की पूरी टीम की सराहना की और महाकुंभ के दौरान जक्शन पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें बधाई दी। इस प्रयास ने न केवल खोए हुए लोगों को उनके अपनों से मिलाया, बल्कि जक्शन पर सुरक्षा और सुव्यवस्था भी सुनिश्चित की।

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